Internal Quality Assurance Cell - IQAC
List of Annual Quality Assurance Report (AQAR) Yearwise :
- 2012 - 2013
- 2013 - 2014
- 2014 - 2015
- 2015 - 2016
- 2016 - 2017
- 2017 - 2018
- 2018 - 2019
- 2019 - 2020
- 2020 - 2021
- 2021 - 2022
- 2022 - 2023
- 2023 - 2024
- 2024 - 2025
Download IQAC Notice - Date 01 - Jul - 2024
About IQAC:
In pursuance of the National Action Plan of the Natinal Assessment and Accreditation Council (NAAC), Banglore, for performance evaluation, assessment and accreditation and quality upgradation of institutions of higher education, the NAAC proposes that every accredited institution should establish and Internal Qualit Assurance Cell (IQAC) as a post-accredition quality sustenance measure, Since quality enhancement is a continuous process, the IQAC will become a part of a institution's system and work towards realising the goals of quality enhancement and sustence. The prime task of the IQAC is to develop a system for conscious, consistent and catalytic improvement in the performance of institutions. The IQAC will make a significant and meaningful contribution in the post-accreditation phase of institutions. During the post-accreditation period, the IQAC will channelise the efforts and measures of an institution towards academic excellence.
The guidelines provided in the following pages will facilitate the institution in the creation and operation of the Internal Quality Assurance Cell (IQAC). The work of the IQAC is the first step towards the internalization and institutionalization of quality enhancement. Its success depends upon the sense of belongingness and participation it can inculcate in all the constituents of the institution.
It will not be yet another hierarchical structure or record-keeping exercise in the institution; it will be a facilitative and participative voluntary system/unit/organ of the institution.The IQAC has potential to remove deficiencies and enhance quality. Quality circles in industries operate on similar lines.
IQAC की स्थापना उच्च शिक्षण संस्थाओं में NAAC के द्वारा मूल्यांकन के पश्चात् शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए की जाती है IQAC का मुख्य कार्य ऐसी व्यवस्था को विकसित करना है जो शैक्षिक संस्थाओं के निष्पादन में तत्पर, निरन्तर एवं उत्तप्रेरक सुधार करने में सहायक सिद्ध हो। संस्थाओं के पुन: प्रत्यायन के सन्दर्भ में IQAC महत्वपूर्ण एवं उपयोगी योगदान देता है । NAAC द्वारा निर्धारित कसौटियों के आधार पर ही IQAC कार्य करता है।
IQAC का लक्ष्य:-
IQAC का लक्ष्य शैक्षणिक संस्थाओं के विविध क्रियाकलापों के सम्बन्ध में मानक विकसित कर एक मुख्य कार्य के रूप में सुनिश्चित करना है। इसकी गुणवत्ता से सम्बन्धित सूचनाओं का प्रसार करना और समय-समय पर शिक्षा की गुणवत्ता की अभिवृद्धि के लिए वाद-विवाद, कार्यशालायें तथा सेमीनार आदि का आयोजन करना भी इसका मुख्य लक्ष्य रहा है। शिक्षा की गुणवत्ता को और अधिक सफल बनाने के लिए इसके मानकों का प्रयोग करके इसके क्रियाकलापों की निरन्तर रिकार्डिंग एवं मानीटिरिंग के माध्यम से जानकारी प्राप्त करके एक नोडल एजेन्सी के रूप में कार्य करते हुए वार्षिक क्वालिटी एश्योरेन्स रिपोर्ट तैयारी कर U.G.C. एवं IQAC को प्रषित करना भी यह सेल सुनिश्चित करता है।
- प्रदेश के समस्त उच्च शिक्षण संस्थाओं ने एक सतर्क एवं उत्प्रेरित विकास तंत्र बनाना।
- समाज के सभी वर्गों के लिए उच्च शिक्षा को मुगम बनाना
- राष्ट्रीय एवं अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर शोध कार्यों का आदान प्रदान करना तथा नेटवर्क स्थापित करना ।
- शैक्षिक पाठ्यक्रमों एवं शोध कार्यों की प्रासंगिकता सुनिश्चित करना ।
- उच्च शिक्षा में अभिवृद्धि हेतु उच्च शिक्षा से जुड़े छात्रों, अभिभावकों, प्राध्यापकों, कार्मिकों तथा समाज के प्रति शैक्षिणिक संस्थाओं की शिक्षा में गुणवत्ता के लिए जवाबदेही मुनिश्चित करना एवं मूल्यांकन प्रक्रिया की विश्वसनीयता बनाये रखना।
- उच्च शिक्षा में शिक्षण की नवीन विधाओं को समाहित कर पूर्ण से उपयोग किया जाना।
(b) The relevance and quality of academic and research programmes
(c) Equitable access to and affordability of academic programmes for various sections of society
(d) Optimization and integration of modern methods of teaching and learning
(e) The credibility of evaluation procedures
(f) Ensuring the adequacy, maintenance and functioning of the support structure and services
(g) Research sharing and networking with other institutions in India and abroad.
(a) Development and applicatin of quality benchmarks/parameters for the various academic and administrative activities of the institution
(b) Dissemination of information on the various quality paraqmenters of higher education
(c) Organization of workshops, seminars on quality related themes and promotion of quality circles
(d) Documentation of the various programmes / activities leading to quality improvement
(e) Acting as a nodal agency of the institution for quality-related activities
(f) Preparation of the Annual Quality Assurance Report (AQAR) to be submitted to NAAC based on the quality parameters